Multimeters, oscilloscopes, and load testing machines: ₹5–8 lakh.
Estimated Machinery Cost: ₹50–75 lakh.
Raw Materials
Microcontrollers and sensors.
Load cells (strain gauge-based sensors).
PCB boards and electronic components (resistors, capacitors, ICs).
Plastic/metal casings.
Display units (LED or LCD screens).
Packaging materials.
Initial Raw Material Cost: ₹15–25 lakh.
4. Workforce Requirements
Engineers and Technicians: For PCB design, sensor calibration, and quality control.
Assembly Line Workers: For production and packaging.
Supervisory Staff: For overseeing operations.
Estimated Labor Cost:
For 20–30 workers: ₹4–8 lakh/month.
5. Licenses and PermitsFor Plant of Electronic Weighing Scale
Business Registration: ₹10,000–20,000.
GST Registration: ₹10,000.
BIS Certification: ₹2–5 lakh (Mandatory for electronic products).
Weights and Measures Approval: ₹2–3 lakh (specific to weighing scales).
Factory License: ₹2–3 lakh.
6. Production Process
Design and Development:
Develop product designs using CAD software.
Create prototypes for testing.
PCB Assembly:
Populate PCB boards with components using pick-and-place machines.
Solder components and test functionality.
Load Cell Integration:
Attach load cells and calibrate for accurate weight measurement.
Casing and Assembly:
Manufacture or procure plastic/metal casings.
Assemble internal components and secure the unit.
Testing and Quality Control:
Perform functionality tests, load tests, and durability checks.
Packaging:
Package finished products for retail or bulk shipping.
7. Marketing and DistributionFor Plant of Electronic Weighing Scale
Channels:
Partner with retailers and e-commerce platforms like Flipkart and Amazon.
Sell directly to industries and businesses.
Marketing Strategies:
Digital marketing and branding: ₹2–5 lakh.
Participation in trade shows and industrial expos: ₹3–5 lakh.
8. Estimated Cost BreakdownFor Plant of Electronic Weighing Scale
Expense Head
Estimated Cost (₹)
Land and Infrastructure
20–50 lakh
Machinery and Equipment
50–75 lakh
Initial Raw Material
15–25 lakh
Licenses and Permits
5–10 lakh
Labor (1 year)
50–70 lakh
Marketing and Branding
5–10 lakh
Total
₹1.5–2.4 crore
9. Financial AssistanceFor Plant of Electronic Weighing Scale
Government Subsidies:
Avail benefits under MSME schemes.
Explore startup subsidies and tax incentives.
Bank Loans:
MUDRA loans and MSME funding schemes at 8–12% interest.
Private Investment:
Seek venture capital or angel investors for scaling.
10. TimelineFor Plant of Electronic Weighing Scale
Planning and Approvals: 2–3 months.
Setup and Installation: 4–6 months.
Production Start: 6–8 months.
इलेक्ट्रॉनिक तौल तराजू के निर्माण के लिए संयंत्र स्थापित करने के लिए रणनीतिक योजना, घटकों की सोर्सिंग और गुणवत्ता मानकों पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
इलेक्ट्रॉनिक तौल तराजू के संयंत्र के लिए बाजार अनुसंधान और योजना
बाजार अध्ययन
खुदरा, रसद, स्वास्थ्य सेवा और औद्योगिक उपयोग जैसे क्षेत्रों में मांग की पहचान करें।
उत्पादन के लिए तौल तराजू के प्रकार निर्धारित करें:
सटीक तराजू (प्रयोगशालाओं, आभूषणों आदि के लिए)।
प्लेटफ़ॉर्म तराजू (औद्योगिक उपयोग)।
खुदरा तराजू (स्टोर के लिए)।
व्यवसाय योजना
लक्ष्य बाज़ारों (घरेलू/निर्यात) को परिभाषित करें।
उत्पादन क्षमता का अनुमान लगाएँ (उदाहरण के लिए, प्रति माह 500-1,000 इकाइयाँ)।
स्थापना और परिचालन लागतों को कवर करते हुए वित्तीय अनुमान बनाएँ।
इलेक्ट्रॉनिक तौल तराजू के संयंत्र के लिए स्थान और भूमि
स्थान की आवश्यकता: छोटे से मध्यम संयंत्र के लिए 3,000-5,000 वर्ग फ़ीट।
लागत: औद्योगिक क्षेत्रों में ₹20-50 लाख।
रसद के लिए उचित संपर्क सुनिश्चित करें और बिजली और पानी जैसी उपयोगिताओं तक पहुँच सुनिश्चित करें।
इलेक्ट्रॉनिक वजन मापने वाले स्केल के प्लांट के लिए मशीनरी और उपकरण
आवश्यक मशीनरी
पीसीबी असेंबली उपकरण:
पिक-एंड-प्लेस मशीन: ₹20–30 लाख।
सोल्डरिंग स्टेशन (मैनुअल/सेमी-ऑटोमैटिक): ₹2–5 लाख।
इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन (प्लास्टिक केसिंग के लिए): ₹10–20 लाख।
लोड सेल कैलिब्रेशन सेटअप: ₹5–10 लाख।
असेंबली लाइन:
वर्कबेंच, कन्वेयर, स्क्रूड्राइवर: ₹5–10 लाख।
परीक्षण और गुणवत्ता नियंत्रण उपकरण:
मल्टीमीटर, ऑसिलोस्कोप और लोड परीक्षण मशीनें: ₹5–8 लाख।
अनुमानित मशीनरी लागत: ₹50–75 लाख।
कच्चा माल
माइक्रोकंट्रोलर और सेंसर।
लोड सेल (स्ट्रेन गेज-आधारित सेंसर)।
पीसीबी बोर्ड और इलेक्ट्रॉनिक घटक (प्रतिरोधक, कैपेसिटर, आईसी)।
प्लास्टिक/धातु आवरण।
डिस्प्ले यूनिट (एलईडी या एलसीडी स्क्रीन)।
पैकेजिंग सामग्री।
प्रारंभिक कच्चे माल की लागत: ₹15–25 लाख।
कार्यबल की आवश्यकताएँ
इंजीनियर और तकनीशियन: पीसीबी डिज़ाइन, सेंसर कैलिब्रेशन और गुणवत्ता नियंत्रण के लिए।
असेंबली लाइन वर्कर: उत्पादन और पैकेजिंग के लिए।
पर्यवेक्षी कर्मचारी: संचालन की देखरेख के लिए।
अनुमानित श्रम लागत:
20–30 श्रमिकों के लिए: ₹4–8 लाख/माह।
इलेक्ट्रॉनिक वजन मापने वाले स्केल के प्लांट के लिए लाइसेंस और परमिट
व्यवसाय पंजीकरण: ₹10,000–20,000।
जीएसटी पंजीकरण: ₹10,000।
बीआईएस प्रमाणन: ₹2–5 लाख (इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिए अनिवार्य)।
वजन और माप स्वीकृति: ₹2–3 लाख (वजन तराजू के लिए विशिष्ट)।
फैक्ट्री लाइसेंस: ₹2–3 लाख।
उत्पादन प्रक्रिया
डिजाइन और विकास:
CAD सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके उत्पाद डिज़ाइन विकसित करें।
परीक्षण के लिए प्रोटोटाइप बनाएँ।
PCB असेंबली:
PCB बोर्ड को पिक-एंड-प्लेस मशीनों का उपयोग करके घटकों से भरें।
घटकों को मिलाएँ और कार्यक्षमता का परीक्षण करें।
लोड सेल एकीकरण:
लोड सेल संलग्न करें और सटीक वजन माप के लिए कैलिब्रेट करें।
आवरण और असेंबली:
प्लास्टिक/धातु आवरण का निर्माण या खरीद करें।
आंतरिक घटकों को इकट्ठा करें और इकाई को सुरक्षित करें।
परीक्षण और गुणवत्ता नियंत्रण:
कार्यक्षमता परीक्षण, लोड परीक्षण और स्थायित्व जाँच करें।
पैकेजिंग:
खुदरा या थोक शिपिंग के लिए तैयार उत्पादों को पैकेज करें।
इलेक्ट्रॉनिक वजन तराजू के संयंत्र के लिए विपणन और वितरण
चैनल:
फ्लिपकार्ट और अमेज़ॅन जैसे खुदरा विक्रेताओं और ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म के साथ साझेदारी करें।
उद्योगों और व्यवसायों को सीधे बेचें।
मार्केटिंग रणनीतियाँ:
डिजिटल मार्केटिंग और ब्रांडिंग: ₹2–5 लाख।
व्यापार शो और औद्योगिक एक्सपो में भागीदारी: ₹3–5 लाख।
इलेक्ट्रॉनिक वेइंग स्केल के प्लांट के लिए अनुमानित लागत का विवरण
व्यय शीर्षकअनुमानित लागत (₹)
भूमि और बुनियादी ढाँचा20–50 लाख
मशीनरी और उपकरण50–75 लाख
प्रारंभिक कच्चा माल15–25 लाख
लाइसेंस और परमिट5–10 लाख
श्रम (1 वर्ष)50–70 लाख
मार्केटिंग और ब्रांडिंग5–10 लाख
कुल₹1.5–2.4 करोड़
इलेक्ट्रॉनिक वेइंग स्केल के प्लांट के लिए वित्तीय सहायता
सरकारी सब्सिडी:
MSME योजनाओं के तहत लाभ उठाएँ।
स्टार्टअप सब्सिडी और कर प्रोत्साहन का पता लगाएँ।
बैंक ऋण:
8–12% ब्याज पर मुद्रा ऋण और MSME वित्तपोषण योजनाएँ।
निजी निवेश:
स्केलिंग के लिए वेंचर कैपिटल या एंजेल निवेशकों की तलाश करें।