Setting up a Dairy Farm Unit (Buffalo) involves strategic planning and execution to ensure high milk yield and profitability. Buffalo milk has a significant market demand due to its richness and cream content, making this a lucrative venture.
1. Executive Summary For Plant of Dairy Farm Unit(Buffalo)
Project Overview: Establish a buffalo dairy farm for high-quality milk production catering to local and regional markets.
Objective:
Produce high-fat, nutritious milk for direct sale or processing.
Utilize by-products like dung for biogas or organic manure.
Estimated Investment: ₹12 lakh to ₹1 crore (depending on scale).
2. Market AnalysisFor Plant of Dairy Farm Unit(Buffalo)
Industry Trends:
Buffalo milk accounts for a large share of milk production in India.
High demand for milk products like ghee, paneer, and khoya.
Target Market:
Households, milk cooperatives, sweet shops, and dairy product manufacturers.
Opportunities:
Growing preference for buffalo milk due to its higher fat and nutrient content.
Export potential for buffalo milk products.
3. Business ModelFor Plant of Dairy Farm Unit(Buffalo)
Scale of Operation:
Small-scale: 10–20 buffaloes.
Medium-scale: 50–100 buffaloes.
Large-scale: 200+ buffaloes.
Revenue Streams:
Sale of raw milk.
Manure (organic fertilizer) and biogas.
Breeding and sale of calves.
4. Location and Infrastructure
Ideal Location:
Rural areas with access to clean water and fodder supplies.
Proximity to local milk markets or cooperatives.
Infrastructure Requirements:
Buffalo Shed: Spacious, well-ventilated, and hygienic housing.
Milking Area: For hygienic milking operations.
Feed Storage: To store green and dry fodder.
Dung Collection & Processing Area: For manure and biogas production.
Staff Quarters: Accommodation for workers.
Land Requirements:
2–3 acres for 50 buffaloes.
Construction Costs:
₹500–₹1,000/sq. ft.
Total infrastructure cost: ₹8–₹25 lakh.
5. Buffalo SelectionFor Plant of Dairy Farm Unit(Buffalo)
Best Buffalo Breeds for Dairy Farming:
Murrah:
Milk Yield: 10–15 liters/day.
Fat Content: 6.5%–8%.
Jaffarabadi:
Milk Yield: 8–12 liters/day.
Fat Content: 7%–8%.
Mehsana:
Milk Yield: 8–12 liters/day.
Fat Content: 6%–7%.
Nili-Ravi:
Milk Yield: 8–12 liters/day.
Fat Content: 6%–8%.
Cost per Buffalo:
₹50,000–₹1,00,000.
6. Machinery and Equipment
Essential Equipment:
Milking Machines: ₹50,000–₹1 lakh/unit.
Milk Chillers: ₹2–₹5 lakh.
Fodder Cutter: ₹20,000–₹50,000.
Manure Processing Unit: ₹1–₹3 lakh.
Water Pumps and Storage Tanks: ₹1–₹2 lakh.
Total Machinery Cost: ₹5–₹15 lakh.
7. Feeding and Nutrition
Types of Feed:
Green Fodder: Napier grass, maize, or berseem (₹1–₹3/kg).
Dry Fodder: Wheat straw or paddy straw (₹5–₹7/kg).
Concentrate Feed: High-energy supplements with minerals (₹20–₹30/kg).
Daily Feed Requirement (per buffalo):
Green Fodder: 25–30 kg.
Dry Fodder: 7–8 kg.
Concentrate Feed: 2–3 kg.
Monthly Feed Cost (per buffalo): ₹2,500–₹4,000.
8. WorkforceFor Plant of Dairy Farm Unit(Buffalo)
Staff Requirements:
Farm Workers: 2–3 workers for 20 buffaloes.
Supervisor: 1 person for medium/large farms.
Veterinary Care: Part-time or on-call veterinarian.
Monthly Wage Costs:
Workers: ₹10,000–₹15,000/month.
Supervisor: ₹20,000–₹25,000/month.
Total Monthly Wages: ₹50,000–₹1 lakh.
9. Milk Production and Revenue
Milk Yield:
Average: 8–15 liters/day/buffalo (depending on breed and care).
Monthly Production:
50 buffaloes: 12,000–22,500 liters.
Selling Price:
₹50–₹70 per liter (varies regionally).
Monthly Revenue:
₹6 lakh–₹15.75 lakh.
Annual Revenue:
₹72 lakh–₹1.89 crore.
10. Waste Management
Manure Utilization:
Organic Fertilizer: ₹3,000–₹5,000/month income.
Biogas: Reduce cooking fuel costs or sell excess gas.
Effluent Treatment:
Install a slurry tank to prevent pollution.
11. Financial PlanFor Plant of Dairy Farm Unit(Buffalo)
डेयरी फार्म यूनिट (भैंस) स्थापित करने में उच्च दूध उत्पादन और लाभप्रदता सुनिश्चित करने के लिए रणनीतिक योजना और निष्पादन शामिल है। भैंस के दूध की अपनी समृद्धि और क्रीम सामग्री के कारण बाजार में काफी मांग है, जो इसे एक आकर्षक उद्यम बनाता है।
डेयरी फार्म यूनिट (भैंस) के प्लांट के लिए कार्यकारी सारांश
परियोजना अवलोकन: स्थानीय और क्षेत्रीय बाजारों की जरूरतों को पूरा करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले दूध उत्पादन के लिए भैंस डेयरी फार्म स्थापित करें।
उद्देश्य:
सीधे बिक्री या प्रसंस्करण के लिए उच्च वसा वाले, पौष्टिक दूध का उत्पादन करें।
बायोगैस या जैविक खाद के लिए गोबर जैसे उप-उत्पादों का उपयोग करें।
अनुमानित निवेश: ₹12 लाख से ₹1 करोड़ (पैमाने के आधार पर)।
डेयरी फार्म यूनिट (भैंस) के प्लांट के लिए बाजार विश्लेषण
उद्योग के रुझान:
भैंस के दूध का भारत में दूध उत्पादन में बड़ा हिस्सा है।
घी, पनीर और खोया जैसे दूध उत्पादों की उच्च मांग है।
लक्षित बाजार:
घरेलू, दूध सहकारी समितियां, मिठाई की दुकानें और डेयरी उत्पाद निर्माता।
अवसर:
भैंस के दूध के प्रति बढ़ती पसंद, क्योंकि इसमें वसा और पोषक तत्व अधिक होते हैं।
भैंस के दूध से बने उत्पादों के निर्यात की संभावना।
डेयरी फार्म इकाई (भैंस) के संयंत्र के लिए व्यवसाय मॉडल
संचालन का पैमाना:
छोटा-पैमाना: 10-20 भैंसें।
मध्यम-पैमाना: 50-100 भैंसें।
बड़ा-पैमाना: 200+ भैंसें।
राजस्व धाराएँ:
कच्चे दूध की बिक्री।
खाद (जैविक खाद) और बायोगैस।
बछड़ों का प्रजनन और बिक्री।
स्थान और बुनियादी ढाँचा
आदर्श स्थान:
स्वच्छ जल और चारे की आपूर्ति तक पहुँच वाले ग्रामीण क्षेत्र।
स्थानीय दूध बाज़ारों या सहकारी समितियों से निकटता।
बुनियादी ढांचे की आवश्यकताएँ:
भैंस शेड: विशाल, हवादार और स्वच्छ आवास।
दूध देने का क्षेत्र: स्वच्छ दूध देने के संचालन के लिए।
चारा भंडारण: हरा और सूखा चारा संग्रहीत करने के लिए।
गोबर संग्रह और प्रसंस्करण क्षेत्र: खाद और बायोगैस उत्पादन के लिए।
कर्मचारी क्वार्टर: श्रमिकों के लिए आवास।
भूमि की आवश्यकताएँ:
50 भैंसों के लिए 2-3 एकड़।
निर्माण लागत:
₹500–₹1,000/वर्ग फीट।
कुल बुनियादी ढांचे की लागत: ₹8–₹25 लाख।
डेयरी फार्म इकाई (भैंस) के संयंत्र के लिए भैंस का चयन
डेयरी खेती के लिए सर्वश्रेष्ठ भैंस नस्लें:
मुर्रा:
दूध की उपज: 10–15 लीटर/दिन।
वसा की मात्रा: 6.5%–8%।
जाफराबादी:
दूध उत्पादन: 8-12 लीटर/दिन।
वसा सामग्री: 7%-8%।
मेहसाणा:
दूध उत्पादन: 8-12 लीटर/दिन।
वसा सामग्री: 6%-7%।
नीली-रावि:
दूध उत्पादन: 8-12 लीटर/दिन।
वसा सामग्री: 6%-8%।
प्रति भैंस लागत:
₹50,000-₹1,00,000।
मशीनरी और उपकरण
आवश्यक उपकरण:
दूध निकालने वाली मशीनें: ₹50,000-₹1 लाख/यूनिट।
मिल्क चिलर: ₹2-₹5 लाख।
चारा कटर: ₹20,000-₹50,000।
खाद प्रसंस्करण इकाई: ₹1–₹3 लाख।
जल पंप और भंडारण टैंक: ₹1–₹2 लाख।
कुल मशीनरी लागत: ₹5–₹15 लाख।
आहार और पोषण
चारे के प्रकार:
हरा चारा: नेपियर घास, मक्का, या बरसीम (₹1–₹3/किग्रा)।
सूखा चारा: गेहूँ का भूसा या धान का भूसा (₹5–₹7/किग्रा)।
सांद्रित चारा: खनिजों के साथ उच्च-ऊर्जा पूरक (₹20–₹30/किग्रा)।
दैनिक आहार आवश्यकता (प्रति भैंस):
हरा चारा: 25–30 किग्रा।
सूखा चारा: 7–8 किग्रा।
सांद्रित चारा: 2–3 किग्रा।
मासिक चारा लागत (प्रति भैंस): ₹2,500–₹4,000।
डेयरी फार्म यूनिट (भैंस) के प्लांट के लिए कार्यबल
कर्मचारी आवश्यकताएँ:
फार्म वर्कर: 20 भैंसों के लिए 2-3 वर्कर।
सुपरवाइजर: मध्यम/बड़े फार्मों के लिए 1 व्यक्ति।
पशु चिकित्सा देखभाल: अंशकालिक या ऑन-कॉल पशु चिकित्सक।
मासिक मजदूरी लागत:
कर्मचारी: ₹10,000–₹15,000/माह।
सुपरवाइजर: ₹20,000–₹25,000/माह।
कुल मासिक मजदूरी: ₹50,000–₹1 लाख।
दूध उत्पादन और राजस्व
दूध की उपज:
औसत: 8–15 लीटर/दिन/भैंस (नस्ल और देखभाल के आधार पर)।
मासिक उत्पादन:
50 भैंस: 12,000–22,500 लीटर।
बिक्री मूल्य:
₹50–₹70 प्रति लीटर (क्षेत्र के अनुसार अलग-अलग)।
मासिक आय:
₹6 लाख–₹15.75 लाख।
वार्षिक आय:
₹72 लाख–₹1.89 करोड़।
अपशिष्ट प्रबंधन
खाद उपयोग:
जैविक उर्वरक: ₹3,000–₹5,000/माह आय।
बायोगैस: खाना पकाने के ईंधन की लागत कम करें या अतिरिक्त गैस बेचें।
अपशिष्ट उपचार:
प्रदूषण को रोकने के लिए एक घोल टैंक स्थापित करें।
डेयरी फार्म इकाई (भैंस) के संयंत्र के लिए वित्तीय योजना
प्रारंभिक निवेश:
निश्चित लागत:
भूमि और भवन: ₹10–₹25 लाख।
मशीनरी और उपकरण: ₹5–₹15 लाख।
भैंस खरीद: ₹25–₹50 लाख (50 भैंसों के लिए)।
कार्यशील पूंजी:
चारा: ₹1.5–₹2 लाख/माह।
वेतन: ₹50,000–₹1 लाख/माह।
राजस्व अनुमान:
मासिक राजस्व: ₹6 लाख–₹15.75 लाख।
वार्षिक राजस्व: ₹72 लाख–₹1.89 करोड़।
लाभ मार्जिन:
सकल लाभ: 30%–50%।
ब्रेक-ईवन पॉइंट: 2–3 साल।
कानूनी और अनुपालन
पंजीकरण:
स्थानीय डेयरी फार्म लाइसेंस।
दूध बिक्री के लिए FSSAI पंजीकरण।
जीएसटी पंजीकरण।
स्वास्थ्य और सुरक्षा:
नियमित पशु चिकित्सा जांच।
दूध की स्वच्छतापूर्ण हैंडलिंग और भंडारण।
बीमा:
भैंसों को बीमारियों और प्राकृतिक आपदाओं से बचाना।
डेयरी फार्म इकाई (भैंस) के संयंत्र के लिए जोखिम विश्लेषण
चुनौतियाँ:
भैंस के स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाली बीमारी का प्रकोप।
चारे की कीमतों में उतार-चढ़ाव।
दूध की मांग में मौसमी बदलाव।
शमन रणनीतियाँ:
नियमित टीकाकरण और पशु चिकित्सा देखभाल।
विविध राजस्व स्रोत (खाद, बायोगैस)।
खरीदारों के साथ दीर्घकालिक अनुबंध।
कार्यान्वयन समयरेखा
चरण 1 (1-2 महीने): व्यवहार्यता अध्ययन, वित्त पोषण और भूमि अधिग्रहण।
चरण 2 (3-4 महीने): शेड का निर्माण, उपकरण खरीद और कर्मचारियों की भर्ती।
चरण 3 (5-6 महीने): भैंस की खरीद और संचालन की शुरुआत।
डेयरी फार्म यूनिट (भैंस) के प्लांट के लिए अनुमानित कुल लागत
छोटे पैमाने के फार्म (10-20 भैंस): ₹12-₹25 लाख।
मध्यम पैमाने के फार्म (50-100 भैंस): ₹50 लाख-₹1 करोड़।