How to Setup a Plant of Cashewnut Processing Unit?
How to Setup a Plant of Cashewnut Processing Unit?
Setting up a cashew nut processing unit involves several steps, including planning, acquiring equipment, establishing processes, and following quality control measures.
1. Market Research and Business Plan For Cashewnut Processing Unit
Research Demand: Assess the demand for cashew nuts in your target market (domestic or export).
Identify Competitors: Analyze your competitors to find your unique selling point (USP).
Prepare a Business Plan: Include the initial investment, expected returns, marketing strategy, etc.
2. Register Your Business
Legal Entity Setup: Register your company (Proprietorship, LLP, or Pvt Ltd) with the Ministry of Corporate Affairs.
GST Registration: Obtain GST registration for tax compliance.
FSSAI License: Mandatory for food processing units in India.
MSME Registration: Helps to avail government subsidies.
3. Location and Infrastructure Setup
Land: You will need at least 500-2000 sq. ft. of space, depending on the scale. Costs vary by region, but expect around ₹2-10 lakhs (for a leased property).
Building Setup: Costs for basic infrastructure, storage, processing rooms, etc., can vary from ₹5-20 lakhs.
4. Cashewnut Processing Machinery and Equipment
The machinery you need depends on your scale of production. For a small-to-medium scale unit, the common machinery required includes:
Steam Cooker/Boiler: For steaming raw cashew nuts. Approximate cost: ₹1.5 – 2 lakhs.
Drying Oven: To dry the kernels. Approximate cost: ₹1 – 1.5 lakhs.
Peeling Machine: To remove the skin of cashew nuts. Approximate cost: ₹1 – 2 lakhs.
Grading Machine: For grading the kernels based on size and quality. Approximate cost: ₹1 – 2 lakhs.
Packing Machine: For packing the finished product. Approximate cost: ₹1.5 – 3 lakhs. Estimated Total Machinery Cost: ₹8 – 12 lakhs.
5. Raw Materials ProcurementFor Cashewnut Processing Unit
Raw Cashew Nuts: Price varies based on market and quality. The current rate of raw cashew nuts ranges between ₹100 – 150 per kg.
You should start with a minimum of 2-5 tonnes, which will cost roughly ₹2 – 5 lakhs.
6. Labor and Staffing CostsFor Cashewnut Processing Unit
Hiring skilled and unskilled workers for different operations.
Monthly salaries can range from ₹10,000 – ₹20,000 per worker.
7. Utilities and Operating Costs
Electricity & Water: ₹10,000 to ₹30,000 per month.
Maintenance: Approximately ₹10,000 – ₹30,000 per month.
8.Quality Control and Packaging
Maintain quality control standards and have regular inspections.
Use FSSAI-approved packaging materials. Packaging costs can vary, around ₹20 – 50 per kg.
9. Total Estimated Initial Investment
Small-scale unit: ₹15 – 25 lakhs
Medium-scale unit: ₹25 – 50 lakhs
10.Profit Margins and ROIFor Cashewnut Processing Unit
Profit margins typically range between 20-30%. The demand for cashew is relatively stable due to its use in cooking and snacks.
11. ConsiderationsFor Cashewnut Processing Unit
Location and Accessibility: Ensure good transportation access.
Market Linkages: Develop partnerships with wholesalers, exporters, or direct-to-consumer channels.
Subsidies and Financial Support: Explore MSME schemes and subsidies from NABARD, and other government programs for agro-processing units.
काजू प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने में कई चरण शामिल हैं, जिसमें योजना बनाना, उपकरण प्राप्त करना, प्रक्रियाएँ स्थापित करना और गुणवत्ता नियंत्रण उपायों का पालन करना शामिल है।
काजू प्रसंस्करण इकाई के लिए बाजार अनुसंधान और व्यवसाय योजना
मांग पर शोध करें: अपने लक्षित बाजार (घरेलू या निर्यात) में काजू की मांग का आकलन करें।
प्रतिस्पर्धियों की पहचान करें: अपने अद्वितीय विक्रय बिंदु (यूएसपी) को खोजने के लिए अपने प्रतिस्पर्धियों का विश्लेषण करें।
एक व्यवसाय योजना तैयार करें: प्रारंभिक निवेश, अपेक्षित रिटर्न, विपणन रणनीति आदि शामिल करें।
अपना व्यवसाय पंजीकृत करें
कानूनी इकाई सेटअप: अपनी कंपनी (स्वामित्व, एलएलपी, या प्राइवेट लिमिटेड) को कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के साथ पंजीकृत करें।
जीएसटी पंजीकरण: कर अनुपालन के लिए जीएसटी पंजीकरण प्राप्त करें।
एफएसएसएआई लाइसेंस: भारत में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के लिए अनिवार्य।
एमएसएमई पंजीकरण: सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाने में मदद करता है।
स्थान और बुनियादी ढाँचा सेटअप
भूमि: आपको पैमाने के आधार पर कम से कम 500-2000 वर्ग फुट जगह की आवश्यकता होगी। लागत क्षेत्र के अनुसार अलग-अलग होती है, लेकिन लगभग ₹2-10 लाख (लीज पर ली गई संपत्ति के लिए) की अपेक्षा करें।
बिल्डिंग सेटअप: बुनियादी ढांचे, भंडारण, प्रसंस्करण कक्ष आदि की लागत ₹5-20 लाख तक हो सकती है।
काजू प्रसंस्करण मशीनरी और उपकरण
आपको जिस मशीनरी की आवश्यकता है, वह आपके उत्पादन के पैमाने पर निर्भर करती है। छोटे से मध्यम पैमाने की इकाई के लिए, आवश्यक सामान्य मशीनरी में शामिल हैं:
स्टीम कुकर/बॉयलर: कच्चे काजू को भाप में पकाने के लिए। अनुमानित लागत: ₹1.5 – 2 लाख।
काजू छिलका काटने की मशीन: छिलका निकालने के लिए। अनुमानित लागत: ₹1 – 1.5 लाख।
ड्राइंग ओवन: गुठली को सुखाने के लिए। अनुमानित लागत: ₹1 – 1.5 लाख।
पीलिंग मशीन: काजू का छिलका निकालने के लिए। अनुमानित लागत: ₹1 – 2 लाख।
ग्रेडिंग मशीन: आकार और गुणवत्ता के आधार पर गुठली को ग्रेड करने के लिए। अनुमानित लागत: ₹1 – 2 लाख।
पैकिंग मशीन: तैयार उत्पाद को पैक करने के लिए। अनुमानित लागत: ₹1.5 – 3 लाख। अनुमानित कुल मशीनरी लागत: ₹8 – 12 लाख।
काजू प्रसंस्करण इकाई के लिए कच्चे माल की खरीद
कच्चे काजू: बाजार और गुणवत्ता के आधार पर कीमत अलग-अलग होती है। कच्चे काजू की मौजूदा दर ₹100 – 150 प्रति किलोग्राम के बीच है।
आपको कम से कम 2-5 टन से शुरुआत करनी चाहिए, जिसकी लागत लगभग ₹2 – 5 लाख होगी।
काजू प्रसंस्करण इकाई के लिए श्रम और स्टाफिंग लागत
विभिन्न कार्यों के लिए कुशल और अकुशल श्रमिकों को काम पर रखना।
मासिक वेतन प्रति कर्मचारी ₹10,000 – ₹20,000 तक हो सकता है।
उपयोगिताएँ और परिचालन लागत
बिजली और पानी: ₹10,000 से ₹30,000 प्रति माह।
रखरखाव: लगभग ₹10,000 – ₹30,000 प्रति माह।
गुणवत्ता नियंत्रण और पैकेजिंग
गुणवत्ता नियंत्रण मानकों को बनाए रखें और नियमित निरीक्षण करें।
FSSAI-अनुमोदित पैकेजिंग सामग्री का उपयोग करें। पैकेजिंग लागत अलग-अलग हो सकती है, लगभग ₹20 – 50 प्रति किलोग्राम।
कुल अनुमानित प्रारंभिक निवेश
लघु-स्तरीय इकाई: ₹15 – 25 लाख
मध्यम-स्तरीय इकाई: ₹25 – 50 लाख
काजू प्रसंस्करण इकाई के लिए लाभ मार्जिन और ROI
लाभ मार्जिन आमतौर पर 20-30% के बीच होता है। खाना पकाने और नाश्ते में इसके उपयोग के कारण काजू की मांग अपेक्षाकृत स्थिर है।
काजू प्रसंस्करण इकाई के लिए विचार
स्थान और पहुंच: अच्छी परिवहन पहुंच सुनिश्चित करें।
बाजार संबंध: थोक विक्रेताओं, निर्यातकों या सीधे उपभोक्ता चैनलों के साथ साझेदारी विकसित करें।
सब्सिडी और वित्तीय सहायता: कृषि प्रसंस्करण इकाइयों के लिए एमएसएमई योजनाओं और नाबार्ड तथा अन्य सरकारी कार्यक्रमों से सब्सिडी का पता लगाएं।