Namkeen is a popular Indian snack that includes various fried or roasted items such as mixtures, bhujia, and sev. The demand for namkeen is increasing rapidly due to its popularity as a quick snack.
1. Market Research and Feasibility Study For Plant of Namkeen
Market Demand
Namkeen is consumed by people of all ages, and it is a staple in Indian households and can be marketed worldwide.
The market includes retail outlets, supermarkets, and online platforms.
Feasibility Study
Location: Choose a location close to raw material suppliers and with good transportation links for easy distribution.
Raw Materials: Identify suppliers for ingredients such as wheat flour, gram flour, spices, oil, and packaging materials.
Cost Estimation: Analyze capital and operational costs involved in setting up the plant.
2. Business Registration and LicensingFor Plant of Namkeen
Business Registration
Register your business as a Private Limited Company, Limited Liability Partnership (LLP), or any other suitable form.
Obtain a Trade License from local authorities.
Licensing and Legal Requirements
FSSAI License: As namkeen is a food product, an FSSAI license is necessary to ensure food safety.
GST Registration: Obtain GST registration if the turnover exceeds the required limit.
Pollution Control: You may need environmental clearance depending on the size and scope of your plant.
Fire Safety: Comply with fire safety regulations.
Labor Laws: Ensure compliance with labor laws regarding worker rights and conditions.
3. Location and InfrastructureFor Plant of Namkeen
Location
Choose an industrial area with a consistent power supply, water availability, and easy access to transport routes.
Infrastructure
Production Area: Sufficient space for setting up machines and processing areas.
Storage Area: For storing raw materials such as flours, spices, and finished products.
Packaging Area: Designated space for packaging the products.
Quality Control Lab: A small lab for ensuring the quality and safety of the products.
4. Machinery and EquipmentFor Plant of Namkeen
To manufacture namkeen, specific machines are required for frying, mixing, packaging, and sealing.
Required Machinery
Flour Mixer: Used to mix flour and spices in the desired proportions.
Dough Kneader: To knead the dough to the correct consistency.
Frying Machines: For frying different types of namkeen.
Roasting Machines: For roasting certain varieties of namkeen.
Extruder Machine: For products like sev or kurkure.
Packaging Machines: For packing the finished products into bags or boxes.
Cooling Tunnel: Used to cool down the fried products.
Raw Materials Needed
Flours: Wheat flour, gram flour, rice flour.
Spices: Red chili powder, turmeric, salt, and other local spice mixes.
Oil: Vegetable oils like sunflower or palm oil for frying.
Packaging Materials: Plastic films, pouches, and boxes.
Cost of Machinery
Small Scale Setup: ₹5,00,000 – ₹10,00,000
Medium Scale Setup: ₹15,00,000 – ₹30,00,000
Large Scale Setup: ₹50,00,000 and above
5. Production ProcessFor Plant of Namkeen
Mixing and Kneading: Mix flours and spices, then knead the dough using a dough kneader.
Shaping: Depending on the product type (sevs, bhujia, etc.), shape the dough using an extruder or manual shaping tools.
Frying or Roasting: Fry the shaped dough in hot oil or roast it, depending on the product.
Cooling: Use a cooling tunnel to cool the fried products.
Packaging: Pack the cooled namkeen into air-tight bags or boxes to maintain freshness.
6. Cost Estimation and FinancialsFor Plant of Namkeen
Initial Investment Breakdown
Component
Estimated Cost
Machinery and Equipment
₹5,00,000 – ₹50,00,000
Raw Materials (Initial)
₹2,00,000 – ₹3,00,000
Infrastructure Setup
₹3,00,000 – ₹5,00,000
Licensing and Legal Fees
₹1,00,000 – ₹2,00,000
Operational Costs (Monthly)
Component
Estimated Cost
Raw Materials
₹1,00,000 – ₹2,00,000
Labor Costs
₹50,000 – ₹1,00,000
Utilities (Electricity, Water)
₹30,000 – ₹50,000
Packaging Materials
₹40,000 – ₹70,000
Marketing and Distribution
₹30,000 – ₹60,000
7. Marketing and Sales StrategyFor Plant of Namkeen
Sales Channels
Retail Sales: Distribute namkeen to supermarkets, grocery stores, and local markets.
Wholesale: Supply namkeen to wholesale distributors and small retail shops.
Online Sales: Create an online presence and sell on platforms like Amazon, Flipkart, or your own website.
Export: Export to international markets, especially where there is a demand for Indian snacks.
Branding and Promotion
Focus on quality and packaging to create brand awareness.
Use social media, influencer marketing, and traditional advertising for promotion.
Offer promotions and discounts to attract more customers.
8. Financial AssistanceFor Plant of Namkeen
Bank Loans: Apply for business loans from banks to fund your manufacturing plant.
Government Schemes: Explore government schemes like MUDRA or PMEGP for financial support.
नामकिन (Indian Snacks) भारतीय उपमहाद्वीप का लोकप्रिय स्नैक है, जो विभिन्न प्रकार के तले हुए या भुने हुए उत्पादों जैसे मिक्सचर, भुजिया और सेव को शामिल करता है। इसका उच्च मांग और विभिन्न स्वादों के कारण नामकिन उद्योग एक लाभकारी व्यापार बन चुका है
1. बाजार अनुसंधान और व्यवहार्यता अध्ययन
बाजार की मांग
नामकिन का सेवन सभी आयु समूहों द्वारा किया जाता है और यह भारतीय घरों में एक सामान्य स्नैक है। इसके अलावा, यह विदेशों में भी लोकप्रिय है।
खुदरा दुकानों, सुपरमार्केट्स और ऑनलाइन प्लेटफार्मों में वितरण किया जा सकता है।
व्यवसाय योजना
स्थान: कच्चे माल के आपूर्तिकर्ताओं के पास और अच्छे परिवहन लिंक के साथ एक स्थान चुनें।
कच्चे माल के आपूर्तिकर्ता: गेहूं का आटा, बेसन, मसाले, तेल और पैकेजिंग सामग्री के आपूर्तिकर्ताओं की पहचान करें।
लागत का अनुमान: संयंत्र स्थापित करने के लिए पूंजीगत और परिचालन लागत का विश्लेषण करें।
2. व्यापार पंजीकरण और लाइसेंस
व्यापार पंजीकरण
अपने व्यवसाय को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, लिमिटेड लाइबिलिटी पार्टनरशिप (LLP) या अन्य उपयुक्त रूप में पंजीकृत करें।
स्थानीय अधिकारियों से व्यापार लाइसेंस प्राप्त करें।
लाइसेंस और कानूनी आवश्यकताएँ
FSSAI लाइसेंस: चूंकि नामकिन एक खाद्य उत्पाद है, FSSAI लाइसेंस प्राप्त करना आवश्यक है।
GST पंजीकरण: यदि वार्षिक कारोबार की सीमा से अधिक है, तो GST पंजीकरण कराएं।
प्रदूषण नियंत्रण: संयंत्र के आकार और विस्तार के आधार पर पर्यावरण स्वीकृति प्राप्त करें।
आग सुरक्षा: आग सुरक्षा नियमों का पालन करें।
श्रम कानूनों का पालन: श्रमिक अधिकारों और कार्य स्थितियों के तहत सभी कानूनी आवश्यकताओं का पालन करें।
3. स्थान और बुनियादी ढांचा
स्थान
एक औद्योगिक क्षेत्र चुनें जिसमें बिजली, पानी और परिवहन लिंक जैसी आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता हो।
बुनियादी ढांचा
उत्पादन क्षेत्र: मशीनरी और प्रसंस्करण क्षेत्र स्थापित करने के लिए पर्याप्त स्थान।
भंडारण क्षेत्र: कच्चे माल (आटा, मसाले, तेल) और तैयार उत्पादों का भंडारण।
पैकेजिंग क्षेत्र: पैकेजिंग के लिए विशेष स्थान।
गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला: उत्पादों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक प्रयोगशाला।
4. मशीनरी और उपकरण
मशीनरी
आटा मिक्सर: आटा और मसालों को मिश्रण करने के लिए।
आटा गूंधने वाली मशीन: आटे को सही स्थिरता में गूंधने के लिए।
तलने वाली मशीनें: विभिन्न प्रकार के नामकिन को तलने के लिए।
भुनने वाली मशीनें: कुछ प्रकार के नामकिन को भुनने के लिए।
एक्सट्रूडर मशीन: सेव या कुरकुरे जैसे उत्पादों के लिए।
पैकेजिंग मशीनें: तैयार उत्पादों को बैग्स या बॉक्स में पैक करने के लिए।
कूलिंग टनल: तले हुए उत्पादों को ठंडा करने के लिए।
कच्चे माल
आटा: गेहूं का आटा, बेसन, चावल का आटा।
मसाले: लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, नमक और अन्य स्थानीय मसाले।
तेल: तली हुई चीज़ों के लिए सूरजमुखी तेल या पाम तेल।
पैकेजिंग सामग्री: प्लास्टिक फिल्म, पाउच और बॉक्स।
5. उत्पादन प्रक्रिया
मिश्रण और गूंधाई: आटा और मसालों को मिलाकर आटे को गूंधें।
आकृति देना: उत्पाद के प्रकार के आधार पर आटे को शैप करें।
तलना या भूनना: तैयार आटे को तेल में तलें या भूनें।
ठंडा करना: कूलिंग टनल का उपयोग कर तले हुए उत्पादों को ठंडा करें।
पैकेजिंग: ठंडे उत्पादों को पैक करें।
6. लागत का अनुमान और वित्तीय विवरण
प्रारंभिक निवेश
घटक
अनुमानित लागत
मशीनरी और उपकरण
₹5,00,000 – ₹50,00,000
कच्चे माल
₹2,00,000 – ₹3,00,000
बुनियादी ढांचा
₹3,00,000 – ₹5,00,000
लाइसेंस और कानूनी शुल्क
₹1,00,000 – ₹2,00,000
संचालन लागत (मासिक)
घटक
अनुमानित लागत
कच्चे माल
₹1,00,000 – ₹2,00,000
श्रमिक वेतन
₹50,000 – ₹1,00,000
उपयोगिताएँ (बिजली, पानी)
₹30,000 – ₹50,000
पैकेजिंग सामग्री
₹40,000 – ₹70,000
विपणन और वितरण
₹30,000 – ₹60,000
7. विपणन और बिक्री रणनीति
विपणन चैनल
खुदरा बिक्री: नामकिन को सुपरमार्केट, किराना दुकानों और स्थानीय बाजारों में बेचें।
थोक बिक्री: खुदरा दुकानों और छोटे व्यापारियों को थोक आपूर्ति करें।
ऑनलाइन बिक्री: अपनी वेबसाइट या Amazon, Flipkart जैसे प्लेटफॉर्म पर नामकिन बेचे।
निर्यात: भारतीय स्नैक्स के लिए वैश्विक बाजार में निर्यात करें।
ब्रांडिंग और प्रचार
गुणवत्ता और पैकेजिंग पर ध्यान केंद्रित करें।
सोशल मीडिया, इन्फ्लूएंसर मार्केटिंग और पारंपरिक विज्ञापन का उपयोग करें।
ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए प्रचार और छूट प्रस्ताव करें।