बिहार जदयू कोटे से राज्यसभा जा रहे खीरू महतो
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बिहार जदयू कोटे से राज्यसभा जा रहे खीरू महतो
राज्यसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की लिस्ट कई सरप्राइज लेकर आई है. अगर बिहार के मु्ख्यमंत्री नीतीश कुमार की बात करें तो राज्यसभा के लिए उनकी पसंद ने राज्य में कई कयासों को जन्म दे दिया है. नीतीश कुमार जेडीयू कोटे से बेहद लो प्रोफाइल, मीडिया की सुर्खियों से गायब रहने वाले खीरू महतो को संसद के उच्च सदन भेज रहे हैं. खीरू महतो झारखंड के जेडीयू नेता हैं और प्रत्याशी के तौर पर उनका नाम घोषित होने से पहले दिल्ली और पटना के पॉलिटिकल सर्कल में उनका नाम बहुत कम लोगों को पता था.
राज्यसभा के लिए खीरू महतो का नाम फाइनल
राज्यसभा के लिए खीरू महतो का नाम फाइनल होने के बाद उनकी तुलना केंद्रीय मंत्री और जेडीयू नेता रमेशचंद्र प्रसाद सिंह यानी आरसीपी सिंह से होने लगी है.क्योंकि आरसीपी सिंह के बदले ही खीरू महतो राज्यसभा जा रहे हैं. आरसीपी का राज्यसभा कार्यकाल कुछ ही दिनों में खत्म हो रहा है. पटना में इस बात की चर्चा हो रही था कि क्या नीतीश आरसीपी को रिपीट करेंगे या फिर उनके पर कतर दिए जाएंगे.
आरसीपी को दोबारा राज्यसभा न भेजकर नीतीश ने उनके पर कतरने का काम किया है
दरअसल, आरसीपी एक समय नीतीश के काफी करीबी थे. नीतीश ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया. वे जेडीयू कोटे से केंद्रीय मंत्री भी बने. केंद्र में जाते ही आरसीपी का कद बड़ा हो गया. ये कद इतना बढ़ा कि पटना में नीतीश समेत जेडीयू के दूसरे नेताओं को टेंशन होने लगी. कहा जा रहा है कि आरसीपी को दोबारा राज्यसभा न भेजकर नीतीश ने उनके पर कतरने का काम किया है .
खीरू महतो समता पार्टी के समय से ही संगठन के साथ जुड़े हुए हैं
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि खीरू महतो समता पार्टी के समय से ही संगठन के साथ जुड़े हुए हैं. वह पार्टी के साधारण और समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं. वह गरीब परिवार से आते हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड में जेडीयू के प्रसार में खीरू महतो अहम रोल निभाएंगे.